रनेह जलप्रपात, खजुराहो जिला – छतरपुर

क्या आप बारिश से खूबसूरत हुई प्रकृति को सबसे मनमोहक रूप में देखना चाहते हैतो सीधा रनेह जलप्रपात चले जाइये|यकीन मानियें ये मेरे द्वारा बारिश में देखी गई सबसे खूबसूरत साईट है|

      छतरपुर जिला मध्यप्रदेश की विश्व विरासत साईट खजुराहो से 20 किलोमीटर दूर स्थित रनेहवाटरफालप्रकृति का सबसे खूबसूरत और मंत्रमुग्ध करने वाला स्थल है | ब्रिटिश लोग बारिश के मौसम में यहाँ जाते थे और इसे ‘Rainyfall’ कहते थे , उनसे सुनकर स्थानीय लोग इसे ‘रनेह फॉल’ नाम से बुलाने लगे |यह प्राकृतिक झरना केन नदी पर स्थित है जो कर्णावती नदी भी कहलाती है |

केन नदी यहाँ 5 किमी लम्बी और ३० मीटर गहरी घाटी बनाती है , जो क्रिस्टलीय ग्रेनाइट पत्थर से बनी है |यहाँ की चट्टानें ज्वालामुखीय विस्फोट से बनी है , इसी कारण यहाँ क्रेटर का भी निर्माण हुआ है |घाटी में छोटे बड़े झरनों की एक श्रंखला है जो एक साथ बहते अद्भुत लगते है |यहाँ पांच प्रकार की आग्नेय चट्टानें हैं- हरा डोलोमाइट, काला बेसाल्ट, भूरा क्वार्ट्ज, लाल जैस्पर और गुलाबी रंग का ग्रेनाइट।यह घाटी एशिया के पूरे महाद्वीप में एकमात्र स्थान है जिसमें पांच अलग-अलग प्रकार की आग्नेय चट्टानें हैं जो इसे प्रकृति प्रेमियों के लिए अवश्य देखना चाहिए।

 विभिन्न रंगों के बीच झरते हुए झरने एक अलग ही सुरम्य आभास देते है |  इसलिए विदेशी पर्यटक रनेह फॉलकी तुलना अमेरिका के केन्याल फॉल से करने लगते है | अन्य मौसमों में जब झरने में पानी नहीं होता है तब भी यहाँ का भ्रमण कर घाटी का प्राकृतिक सौंदर्य देखा जा सकता है |सबसे ज्यादा खूबसूरत तो यह वर्षाकाल में ही लगता है जब आप झरने और रास्ते में पड़ने वाले जंगल को देखकर अभिभूत होकर प्रकृति के रचनाकार के सामने नतमस्तक हो जाते है | चारों ओर फैली हरियाली दर्ज़नो छोटे बड़े झरने एक ऐसा अलौकिक दृश्य उत्पन्न करते है जो मन में एक नई ऊर्जा का संचार करते है, और ये वही ऊर्जा होती होती है जिसकी तलाश में आप अपनी रोज़ की भागमभाग की दुनिया छोड़कर प्रकृति की गोद में जाने ट्रिप बनाते हो | इसलिए जब भी खजुराहो की वर्ल्ड हेरिटेज को देखने जाये तो यहाँ जाना न भूले , आप स्वयं अपनी यात्रा को एक कम्प्लीट पैसावसूल टूर मानेंगे |

      यहाँ रनेह फॉल की एंट्री हेतु प्रवेश फीस लगती है , जिसमे फॉल के अलावा 45 स्केवर फीट में फैलें जंगल का भ्रमण और गाइड की फीस भी शामिल है | जंगल को बिना छेड़छाड़ के यथावत प्राकृतिक रूप में रखा गया हैं | यहाँ बहुत से जानवर हिरण,नीलगाय, लंगूर ,मोर,जंगली छिपकली, घड़ियाल आदि देखने मिलते है |बर्डवॉचिंग प्रेमियों के लिए भी किंगफिशर,वल्चर  आदि बर्ड्स देखने मिल सकते है | मध्यप्रदेश टूरिज्म द्वारा यहाँ पर इको जंगल कैम्प के लिए पक्के क्वार्टर भी किराये पर उपलब्ध है । प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर यह सुन्दर शांत स्थल मन मोह लेता है।

मई 2017 में रनेह फॉल को देश के पसंदीदा वाटरफॉल के “श्रेष्ठ हॉलिडे अवार्ड “ से नवाजा गया है |पर अभी यह कम प्रचारित और कम भीड़भाड़ वाली जगह है|खजुराहों आने वाले 10% पर्यटक ही यहाँ पहुँचते है |यहाँ से पास ही में स्थित पन्ना नेशनल पार्क, पांडव फाल, केन घड़ियाल अभ्यारण्य और खजुराहो की एकसाथ ट्रिप प्लान की जा सकती है । इसे पर्यटन मानचित्र पर और अधिक उभारने की आवश्यकता है , ताकि लोग मध्यप्रदेश की इस मनोरम जगह के बारे में जानकार भ्रमण करने प्रेरित हो और स्थानीय टूरिज्म को भी बढावा मिल सके ।

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